गुरुनानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व को पूरी दुनिया में विशेष ढंग से मनाने की तैयारी की जा चुकी है। सिख धर्म से जुड़े करोड़ों लोगों के लिए गुरु नानक जयंती बड़ा पर्व है, जिसे 12 नवंबर को दुनिया भर में श्री गुरु नानक देव जी का 550वाँ प्रकाश उत्सव मनाया जाएगा। प्रकाश पर्व यानी मन की बुराइयों को दूर कर उसे सत्य, ईमानदारी और सेवाभाव से प्रकाशित करना।
550वें प्रकाश पर्व के मौके पर भारत में आईसीसीआर यानि भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद की अगुवाई में आयोजित होने वाले ‘इंटरनेशनल सिख यूथ फेस्टिवल’ के अंतर्गत नवंबर माह के पहले सप्ताह में एक विशेष श्रृंखला भी शुरू की जाएगी। इसका उद्देश्य गुरु नानक देव के मानवता के लिए दिये गये विश्व भाईचारे का संदेश, महिलाओं का सम्मान करना और समाज में किसी तरह का भेदभाव न करना जैसे संदेश प्रत्येक व्यक्ति तक पहुंचाना है। भगवान को याद करने, मेहनत से कमाई करने और उसके बाद बांट के खाने का संदेश दुनियाभर में देने वाले ऐसे ही गुरु को सिख समुदाय उनकी जयंती पर याद करता है।
भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद के एक अधिकारी के मुताबिक सिखों के लिए पूज्य धार्मिक स्थल स्वर्ण मंदिर में इस कार्यक्रम का एक विशेष मंचन किया जाएगा। इसके बाद भारत के विभिन्न शहरों में भी इस कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। कनाडा और आस्ट्रेलिया जैसे देशों से इस कार्यक्रम की मांग की जा चुकी है, जबकि अभी कुछ अन्य देश भी इस कार्यक्रम को अपने यहां आयोजित कराने की मांग कर सकते हैं।
अधिकारी के मुताबिक इंटरनेशनल सिख यूथ फेस्टिवल कार्यक्रमों का सबसे प्रमुख उद्देश्य सिख युवाओं को उनकी महान विरासत के बारे में जानकारी देना है। किसी भी कारण से अपनी मूल जमीन से दूर जा बसे सिखों को इसके जरिए उनकी सांस्कृतिक पहचान की जानकारी दिया जाना है। इसके अलावा इस कार्यक्रम के जरिए विश्व समुदाय को भी सिख धर्म की विशेषताओं से परिचित करवाने का उद्देश्य निश्चित किया गया है।
इस कार्यक्रम में सिख धर्म के सभी गुरुओं के जीवन और उनकी महानता का प्रदर्शन नाट्य और नृत्य शैली में प्रस्तुत किया जाएगा। यह कार्यक्रम इंग्लैंड, कनाडा, अमेरिका और आस्ट्रेलिया सहित उन सभी देशों में भी आजोजित किया जाएगा, जहां सिख धर्म को मानने वाले लोग रहते हैं। उधर पाकिस्तान ने भी गुरु नानक देव की 550वीं जयंती पर सिक्का जारी किया है। 9 नवंबर को जब करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया जाएगा, जिसके बाद वहां पहुंचने वाले सिख श्रद्धालु इसे खरीद सकेंगे। रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान सरकार इस मौके पर एक डाक टिकट भी जारी करेगी।
गुरु नानक देव जी का पूरा जीवन समाज में व्याप्त बुराइयों को दूर करने में समर्पित था। गुरु नानक देव जी मानते थे कि नि:स्वार्थ भाव से की गई सेवा की कोई क़ीमत नहीं हो सकती । वह छुआ-छूत जैसी सामाजिक बुराई के खिलाफ मजबूती के साथ खड़े रहे। गुरु नानक देव जी ने अपना सन्देश पूरी दुनिया में पहुँचाया। ऐसे महान युगपुरुष की आज के समय में बहुत जरूरत है। हमारी कामना है कि गुरु नानक देव जी के 550वाँ प्रकाश पर्व हम सबको उनके विचारों और आदर्शो को अपने जीवन में उतारने की और अधिक प्रेरणा दें।
-डॉ. म. शाहिद सिद्दीकी
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