पटना – बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि 13 जून तक बाढ़ से निपटने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली जाए। उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यो में लगाए जाने वाले सभी लोगों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराई जाए।
मुख्यमंत्री सोमवार को संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की पूर्व तैयारियों की वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से समीक्षा बैठक में कहा कि अभी कोरोना काल संभावित बाढ़ की पूरी तैयारी रखनी है।
उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा, बाढ़ की स्थिति में प्रभावित क्षेत्रों का टीम बनाकर सही आकलन करवाएं। प्रभावित परिवारों की सूची बनाते समय पूरी पारदर्शिता बरती जाए, जिससे कोई भी लाभ से वंचित न रहे। कोई भी वास्तवित हकदार लाभ से वंचित न रहे, यह सुनिश्चित करें।
उन्होंने कहा कि बाढ़ राहत एवं बचाव कार्यो में लगाए जाने वाले सभी लोगों का शत-प्रतिशत टीकाकरण कराई जाए। बाढ़ के दौरान प्रभावित लोगों को बाढ़ राहत शिविर में आने के बाद उनकी कोरोना जांच अवश्य कराएं और पॉजिटिव पाए जाने पर उन्हें राहत शिविरों में अलग से आइसोलेट कर उनके इलाज की समुचित व्यवस्था की जाए।
नीतीश कुमार ने बाढ़ से बचाव के लिए सभी कटाव निरोधक कार्य एवं बाढ़ सुरक्षात्मक कार्य को मानसून के पहले पूर्ण करने के निर्देश देते हुए कहा कि बाढ़ की स्थिति में तटबंधों की निगरानी के लिए विशेष सतर्कता बरती जाए।
उन्होंने निगरानी कार्य में लगाए गए लोगों को विशेष प्रशिक्षण दिए जाने के भी निर्देश दिए।
बैठक के दौरान भारतीय मौसम विज्ञान विभाग के प्रतिनिधि ने बताया कि 13-14 जून तक बिहार में मानसून आने की संभावना है, जून महीने में सामान्य से अधिक वर्षा हो सकती है।
आपदा प्रबंधन विभाग के अपर मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत ने प्रस्तुतीकरण के माध्यम से संभावित बाढ़ एवं सुखाड़ की पूर्व तैयारियों से संबंधित मुख्य बातों की जानकारी दी।