पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान शनिवार को संयुक्त राष्ट्र महासभा(यूएनजीए) सत्र में भाग लेने एक हफ्ते लंबे दौरे के लिए न्यूयॉर्क रवाना हो गए। ऐसी उम्मीद है कि सत्र में अपने संबोधन के दौरान खान कश्मीर का राग अलापेंगे। विदेश कार्यालय के एक बयान के अनुसार, “वह जम्मू एवं कश्मीर मुद्दे और इसके मौजूदा मानवाधिकार और संबंधित आयामों पर पाकिस्तान के दृष्टिकोण और स्थिति से अवगत कराएंगे।”
इमरान खान के साथ विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी, वित्त मामलों के सलाहकार हाफिज शेख और विदेश में रह रहे पाकिस्तानियों के विशेष सहायक जुल्फिकार अब्बास बुखारी भी उनके साथ गए हैं।
अमेरिका के दौरे के दौरान, खान विभिन्न देशों के अपने समकक्षों के साथ कई द्विपक्षीय बैठकें करेंगे और जलवायु परिवर्तन, सतत विकास, यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज और विकास के लिए वित्तपोषण पर उच्चस्तरीय संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में भाग लेंगे।
वह समारोह से इतर नफरत फैलाने वाले भाषण और पर्यावरण संरक्षण और गरीबी उन्मूलन पर पाकिस्तान और तुर्की द्वारा सह आयोजित समारोह में शामिल होंगे और भाषण देंगे। महासभा से इतर पाकिस्तान, मलेशिया और तुर्की एक त्रिपक्षीय सम्मेलन आयोजित करेंगे।
विदेश कार्यालय के प्रवक्ता ने उनके कार्यक्रम की विस्तार से जानकारी दी
22 सितंबर : वह अफगान सुलह के लिए अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि जलमई खालीलजाद से मुलाकात करेंगे।
23 सितंबर : इमरान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, चीनी विदेश मंत्री वांग शी और इटली के प्रधानमंत्री गुइसेपे कोंटे से मुलाकात करेंगे।
24 सितंबर : वह संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतानियो गुटेरेस द्वारा आयोजित रिसेप्शन में भाग लेंगे।
24 सितंबर : प्रधानमंत्री अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और प्रथम महिला मलानिया ट्रंप द्वारा आयोजित रिसेप्शन में शामिल होंगे।
25 सितंबर : वह संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय जाएंगे।
26 सितंबर : वह संयुक्त राष्ट्र मुख्यालय में एक वित्त बैठक में हिस्सा लेंगे।
27 सितंबर : इमरान खान संयुक्त राष्ट्र महासभा को संबोधित करेंगे और कश्मीर मुद्दे पर चर्चा करेंगे।
वह इसके अलावा न्यूजीलैंड, मिस्र, इथोपिया, तुर्की के अपने समकक्षों से मुलाकात करेंगे।