मुख्यमंत्री नीतीश कुमार राजगीर होते हुए गया पहुंचे, जहां बोधगया में उन्होंने तीन दिवसीय बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन किया। उन्होंने महाबोधि मंदिर में पूजा-अर्चना की। इसके पहले उन्होंने राजगीर के गुरु नानक शीतल कुंड में गुरु नानक देव जी की संगत में मत्था टेका तथा 10 करोड़ की लागत से बनने वाले गुरुद्वारे का शिलान्यास भी किया।
राजगीर के गुरुद्वारा में टेका मत्था
गुरुद्वारे का शिलान्यास कार्यक्रम में शिरकत करने राजगीर पहुंचे मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने गुरू नानक शीतल कुंड के उपरी तल्ले पर महाराज जी के प्रकाश स्थान के दर्शन भी किए। वहां वे अखंड पाठ के बाद अरदास में गुरुनानक सेवक जत्था के साथ शामिल हुए।
कालचक्र मैदान में बोद्ध महोत्सव का आगाज
इसके बाद मुख्यमंत्री बोधगया में बौद्ध महोत्सव का उद्घाटन करने पहुंचे। उद्घाटन के बाद मुख्यमंत्री को विभिन्न देशों के कलाकारों ने प्रतीक चिन्ह भेंट किया। महोत्सव के उद्घाटन के लिए कालचक्र मैदान सज-धज कर तैयार था। इसके मध्य में भगवान बुद्ध की आकर्षक प्रतिमा स्थापित की गई है। बौद्ध महोत्सव के साथ मुख्यमंत्री ने पर्यटक सूचना केंद्र का भी उद्घाटन किया। इसका निर्माण बीटीएमसी (बोधगया मंदिर प्रबंधकारिणी समिति) के कार्यालय के सामने की जगह पर हुआ है।
ग्रामश्री मेला
इस अवसर पर कालचक्र मैदान में ही ग्रामश्री मेला का आयोजन किया गया है। मुख्यमंत्री ने इसका भी उद्घाटन किया। मेला में काष्ठ और हस्तशिल्प की चीजों के स्टाल लगाए गए हैं। एक स्टाल निर्वाचन शाखा की भी है। वहां ईवीएम से मतदान के बाद उसके सत्यापन की जानकारी दी जा रही है।