मादक पदार्थो की तस्करी पर कसेंगे लगाम : शाह


केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने गुरुवार को भारत में मादक पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण नियंत्रण पर जोर देते हुए कहा कि सरकार ने ऐसे पदार्थों के प्रवाह और बहिर्वाह को रोकने के लिए एक अभेद्य तंत्र स्थापित करने की योजना तैयार की है।

गृहमंत्री ने ‘नशीले पदार्थो की तस्करी से मुकाबला’ विषय पर बिम्सटेक सम्मेलन में कहा कि भारत पूरी दुनिया में मादक पदार्थो की तस्करी को रोकने के लिए ²ढ़ संकल्पित है। बिम्सटेक का पूरा नाम बंगाल की खाड़ी बहु-क्षेत्रीय तकनीकी एवं आर्थिक सहयोग उपक्रम (बीआईएमएसटीईसी) है जोकि एक अंतर्राष्ट्रीय संगठन है, जिसमें सात देश भारत, बांग्लादेश, भूटान, म्यांमार, नेपाल, श्रीलंका और थाईलैंड शामिल हैं, जोकि बंगाल की खाड़ी क्षेत्र के आसपास स्थित हैं।

यह उम्मीद करते हुए कि सम्मेलन ड्रग तस्करी का मुकाबला करने के विभिन्न नए रास्ते खोलेगा, शाह ने कहा मैं आप सभी को आश्वस्त करता हूं कि न तो हम नशीले पदार्थों को दुनिया में कहीं से भी भारत में प्रवेश करने देंगे और न ही नशीली दवाओं को भारत से बाहर जाने देंगे। मंत्री ने कहा कि भारत सरकार ने मादक पदार्थों की तस्करी को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए एक योजना तैयार की है और यह खतरे से निपटने के लिए अभियोजन एजेंसियों के मौजूदा तंत्र को खत्म करने के लिए काम कर रही है। उन्होंने कहा कि हम नशीले पदार्थों की तस्करी पर पूर्ण प्रतिबंध के लिए एक अभेद्य तंत्र स्थापित करने जा रहे हैं।

यह उल्लेख करते हुए कि भारत ने मादक पदार्थों के लिए शून्य सहिष्णुता (जीरो टॉलरेंस) की नीति अपनाई है, गृह मंत्री ने सभी बिम्सटेक सदस्य देशों से मादक पदार्थों की तस्करी जैसे मुद्दों से निपटने के लिए एकजुट प्रयासों की अपील की। शाह ने कहा बंगाल की खाड़ी से जुड़े सभी देश सांस्कृतिक, भौगोलिक, राजनीतिक तरीके से भारत के बहुत करीब हैं। इसलिए विभिन्न विषयों पर हमारे एकजुट प्रयासों की आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि यही वह उद्देश्य है जिसके लिए ‘हम सभी आज इस मंच पर मौजूद हैं। गृहमंत्री ने इस मौके पर नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) मैनुअल भी जारी किया।

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