आईएसएल ने भारतीय खिलाड़ियों को मनोवैज्ञानिकरूप से मदद दी : भूटिया


पूर्व भारतीय फुटबाल कप्तान बाइचुंग भूटिया (Bhaichung Bhutia) का मानना है कि इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) में शीर्ष खिलाड़ियों के साथ खेलने से भारतीय खिलाड़ियों को काफी मदद मिली है और इससे उन्हें शीर्ष टीमों के खिलाफ मिलने वाली चुनौतियों का सामना करने में मदद मिली है।

भूटिया ने आईएएनएस से कहा, “मेरे ख्याल से आईएसएल ने खिलाड़ियों को काफी आत्मविश्वास दिया है। मुझे लगता है कि विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के साथ प्रतिस्पर्धा करने से खिलाड़ियों को आत्मविश्वास मिलता है। विश्व कप क्वालीफायर में ओमान और कतर के खिलाफ खेले गए पिछले दो मुकाबलों में आप देख सकते हैं कि खिलाड़ियों ने किस तरह का खेल दिखाया है।”

भूटिया ने साथ ही कहा कि इसके अलावा आईएसएल भी एक दूसरा फेक्टर है, जिसने भारतीय फुटबाल के विकास में काफी मदद की है। इसके अलावा अच्छे कोच मिलने से भी टीम निखरी है जो अपने साथ कई तकनीकी विशेषज्ञता लेकर आए हैं।

भूटिया ने कहा, “इन खिलाड़ियों ने (कोच) स्टीफन कॉन्स्टेंटाइन के मार्गदर्शन में अच्छा प्रदर्शन किया और अब इगोर स्टीमाक के मार्गदर्शन में अच्छा कर रहे हैं। लड़कों के खेल में सुधार हो रहा है और उनके खेलने की शैली में भी सुधार हुआ है। इन सभी के संयुक्त प्रयास से आप मैदान पर इनके अच्छे प्रदर्शन को देख सकते हैं।”

हाल के समय में फुटबाल जगत ने ब्लू टाइगर्स (भारतीय फुटबाल टीम) की काफी तारीफ की है। भूटिया का मानना है कि खिलाड़ी विदेशी खिलाड़ियों से सीखने को लेकर उत्साहित है।

पूर्व कप्तान ने कहा, “इसलिए, मनोवैज्ञानिक रुप से खिलाड़ी अब अधिक आत्मविश्वास से लबरेज है। आईएसएल के होने के चलते खिलाड़ी अब क्वालिटी खिलाड़ियों के साथ खेल रहे हैं और ट्रेनिंग कर रहे हैं। इससे काफी मदद मिलती है और अनुभव भी हासिल होता है।”

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