उत्तर प्रदेश में अस्पताल के बाहर या अस्पताल ले जाते समय बच्चे को जन्म देना आम बात हो गई है। ताजा मामला रविवार रात का है, जब एक महिला को राम मनोहर लोहिया अस्पताल के गलियारे में अपने बच्चे को जन्म देना पड़ा।
चिकित्सकों के महिला को भर्ती करने से इनकार करने के बाद यह घटना हुई। चिकित्सकों ने कहा कि कोई बेड उपलब्ध नहीं हैं।
नवजात बच्चा गलियारे के एक किनारे पर पड़ा हुआ था। बाद में महिला की एक संबंधी ने बच्चे को गोद में लिया।
रिपोर्ट के अनुसार, महिला के बच्चे को जन्म देने के बाद ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक उसे अस्पताल के लेबर रूम में ले गए।
फरूखाबाद की जिलाधिकारी मोनिका रानी ने कहा कि वह घटना के मामले में पहले ही जांच के आदेश दे चुकी हैं।
उन्होंने कहा, “मैंने स्वत: संज्ञान लिया है और जांच के आदेश दिए हैं। हम घटना के पीछे के सच का पता लगाने की कोशिश करेंगे। अगर किसी की लापरवाही पाई गई तो हम कड़ी कार्रवाई करेंगे।”
राम मनोहर लोहिया अस्पताल, फरु खाबाद में एक मात्र स्पेशलाइज्ड सरकारी अस्पताल है। यह अस्पताल 2017 में भी खबरों में रहा था, जब यहां महीने भर में 49 शिशुओं की मौत हो गई थी।