कोलकाता ने 20वीं सदी में देश की पहली मेट्रो सेवा शुरू करके इतिहास रचा था. अब 21वीं सदी में सिलसिला जारी रहेगा क्योंकि यह देश की सबसे सस्ती मेट्रो सेवा होगी. कोलकाता में पहली मेट्रो रेल सेवा 1984 में शुरू हुई थी. कोलकाता ईस्ट-वेस्ट मेट्रो इस शहर में दूसरी मेट्रो सेवा होगी. पहले फेस का निर्माण कार्य पूरा हो गया है जिसे कोलकाता की जनता के लिए चालू किया जा रहा है.
इसके अलावा, यह पहली ऐसी मेट्रो सेवा होगी जो अंडर वॉटर यानी नदी के पानी के नीचे बनी सुरंग में चलेगी. यह लाइन कुल 15 किलोमीटर होगी. पहले फेज में फिलहाल 6 किलोमीटर लंबी लाइन की शुरुआत होने जा रही है. दूसरे फेज का निर्माण पूरा होने के बाद यह मेट्रो सेवा सॉल्ट सेक्टर 5 से हावड़ा मैदान के बीच 15 किलोमीटर का सफर तय करेगी.
यह पूरे देश की, यहां तक दुनिया की सबसे सस्ती मेट्रो सेवा होगी, जिसमें एक स्टेशन से दूसरे स्टेशन तक का किराया मात्र 5 रुपये होगा. इसमें कई तरह की यात्री सुविधाएं भी होंगी. यह किसी भी मेट्रो सेवा की तुलना में सबसे सस्ती मेट्रो सेवा होगी. इसमें प्लेटफॉर्म स्क्रीन डोर और डिटेक्शन सिस्टम जैसी आधुनिक सुविधाएं होंगी. मेट्रो रेलवे का कहना है कि जल्दी ही कोलकाता की जनता के लिए यह सेवा बढ़कर 12 किलोमीटर तक हो जाएगी.
मेट्रो रेलवे के सीपीआरओ इंद्राणी बनर्जी ने बताया, “ईस्ट-वेस्ट मेट्रो भारत की पहली अंडर वॉटर मेट्रो होगी. पहले फेज में यह साल्ट लेक सेक्टर पांच से साल्ट लेक स्टेडियम तक चलेगी. कोलकाता शहर को और अधिक परिवहन व्यवस्था की सख्त जरूरत है और इस मेट्रो परिवहन प्रणाली से कोलकाता को बहुत फायदा होगा.”
मेट्रो प्राधिकरण यात्रियों की सुरक्षा के लिए पर्याप्त कदम उठा रहा है और साथ ही परिचालन में बाधा का पता लगाने वाली प्रणालियों की शुरुआत भी करने जा रहा है. मेट्रो रेलवे के आपरेशन प्रमुख सत्याकी नाथ ने बताया , “यह मेट्रो लाइन सियालदाह से हावड़ा तक शहर के कुछ प्रमुख स्टेशनों से जोड़ेगी. सियालदाह स्टेशन पर एक दिन में लगभग 15 लाख यात्रियों के आने का अनुमान है, हावड़ा पर इससे थोड़ी कम भीड़ हो सकती है. हम यह कोशिश कर रहे हैं कि हम यात्रियों की अपेक्षाओं पर खरे उतर सकें.”|