बिहार में महिलाएं आर्थिक तौर पर सबला ही नहीं हो रही हैं, बल्कि तकनीक से जुड़कर नए दौर का कामकाज भी सीख रही हैं।डिजिटल सर्विसेज के माध्यम से पैसे कां लेन देन व ईजी रिचार्ज,बिजली बिल का भुगतान,इन्सुरेंस,फोटो कॉपी जैसे सर्विस अपने गाँव मे देकर अपनी आर्थिक स्तिथि को बेहतर बनाने मे जुटी है |
जिसमे जमुई जिले की चकाई प्रखंड की ज्योती कुमारी, मीना देवी,ऊषा देवी,सविता देवी व गोपालगंज जिले से मीना कुमारी,शृती कुमारी,सबाना खातून अंजलि कुमारी,चन्द्नी कुमारी व सिवान जिले से दुर्ग्वन्ती देवी,सरिता देवी,सरिका कुमारी व वैशाली जिला की सुजिता कुमारी,गौरी कुमारी, अन्नु सिंह व पश्चिमी चम्पारण नौतन प्रखंड प्रियंका कुशवाहा,अर्चना कुमारी,सबाना खातून, लौरिया ब्लॉक ज्योती कुमारी,बेतिया प्रखंड तबसुम नाज,जया कुमारी जैसी 60 से ज्यादा दीदी जुड़कर इस काम को अभी कर रही है ।
हर दिन नयी दीदी इससे जुड़ कर अपना रोजगार शुरु कर रही है आम ग्रामीणों के मन में बने बैंकिंग के पेचीदा कामकाज की धारणाओं को तोड़ती हुई, बड़ी सरलता से उन्हें सुविधा उपलब्ध करा रही हैं। जमुई की ऊषा देवी लैपटॉप पर बड़ी आसानी से रुपये-पैसों का लेनदेन,फोटो कॉपी करती हैं।
अपने खातों में रुपए जमा करने आए लोगों के रुपए झट से जमा हो जाते हैं और उतनी ही तेजी से वह जरूरत पड़ने पर उन्हें रुपए आहरण करने में भी मदद करती हैं। इंटरनेट दीदी के पास ऐपिएस मशीन व माइक्रो एटीएम होता है, जिसके माध्यम से वे तुरंत पैसा आहरित कर ग्रामीणों को उपलब्ध करा देती हैं। इस कार्य मे इंटरनेट दीदी बड़ी भूमिका निभा रही है।
इंटरनेट दीदी उसी गाँव की चयनित और प्रशिक्षित साथी होती है जो पुर्व मे अपने राजस्व ग्राम के साथ तीन और राजस्व ग्राम मे डीईएफ द्वारा संचालित डिजिटल साक्षरता कार्यक्रम से जुड़कर 1000 महिलाओं को इनके द्वारा प्रशिक्षित किया गया है तथा इसी संस्था से जुड़कर सक्षम प्रोग्राम के तहत कैसे खुद के व्व्वसाय शुरू करने हेतू भी प्रशिक्षित हुई है आज उसमे से अधिकांश साथी कुछ ना कुछ रोजगार कर अपनी आमदनी कर रही है।
अपने पंचयात मे महिला होने की वजह से लोग इन पर पुरा भरोसा करते है वे कहती हैं, “गांववालों की मदद करने से बहुत खुशी मिल रही है। सारे लोग मुझे अब इंटरनेट दीदी के नाम से पहचानते हैं। वैसे तो लोग मुझे पहले भी जानते थे लेकिन अब वे मुझे बहुत मानते हैं। लोग दुवा देते हैं तो बहुत अच्छा लगता हैं।”