कोरोना वायरस को दुनियाभर में फैलाने के पीछे आखिर किस देश का हाथ है? इस सवाल का जवाब अभी तक नहीं मिल पाया है, लेकिन अमेरिका और चीन के बीच इस मुद्दे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है। इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि विश्व स्वास्थ्य सगंठन(WHO) कोरोना वायरस के मुद्दे पर चीन का कुछ ज्यादा ही पक्ष ले रही है, जो कतई जायज नहीं है। बता दें कि अमेरिका में 1000 से ज्यादा लोगों की जान कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आकर हो चुकी है और 50 हजार से ज्यादा लोग संक्रमित हैं।
अमेरिकी राष्ट्रपति से जब एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान डब्ल्यूएचओ द्वारा कोरोना वायरस के मुद्दे पर चीन की प्रशंसा को लेकर सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि देखिए, विश्वभर में कई लोग डब्ल्यूएचओ के रवैये से दुखी हैं, और यह महसूस करते हैं कि यह बहुत गलत हुआ। डब्ल्यूएचओ चीन का इस मुद्दा पर बहुत पक्ष ले रहा है। बता दें कि ट्रंप का यह बयान ऐसे समय पर आया है जब डब्ल्यूएचओ के डायरेक्टर टेडरोस अधनोम चीन को लेकर दुनियाभर में कई लोगों के निशाने पर चल रहे हैं। कोरोना वायरस से दुनियाभर में अब तक 21 हजार लोग मारे जा चुके हैं। इस महामारी से अब तक 196 देश प्रभावित हैं और 4 लाख से ज्यादा लोग इससे संक्रमित हैं।
हालांकि, कोरोना वायरस को दुनिया के अन्य देशों में फैलाने के आरोपों पर सफाई देते हुए चीन ने कहा है कि न तो कोरोनो वायरस का निर्माण चीन ने किया है और न ही जानबूझकर इसे प्रसारित किया है। इस वायरस के लिए चीनी वायरस या वुहान वायरस जैसे शब्दों का उपयोग गलत है। चीनी दूतावास के प्रवक्ता जी रोंग ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय को चीन के लोगों की आलोचना के बजाय महामारी पर चीन की त्वरित प्रतिक्रिया पर ध्यान देना चाहिए।
दरअसल, कोरोना वायरस पर चिंता प्रकट करते हुए जिनेवा में डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ट्रेडोस अधनोम घेब्येसू ने चीन की तारीफ करते हुए कहा था कि चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग खुद इस महामारी की रोकथाम के लिए बनाई गई समिति का नेतृत्व कर रहे हैं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि चीनी राष्ट्रपति के इस कदम से प्रेरित होकर सरकार और पूरे समाज ने इस महामारी की रोकथाम को अपनी जिम्मेदारी मानते हुए सरकार के साथ मिलकर काम किया, जिससे चीन ने सफलतापूर्वक इस वायरस को फैलने से रोका।
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस के संक्रमण की चपेट में आकर 21,293 लोगों की मौत हो चुकी है। वहीं, 471518 लोगों को अपनी गिरफ्त में ले चुका है। भारत में भी कोरोना वायरस के 600 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। हालांकि, भारत में अभी तक इस महामारी का कम्युनिटी ट्रांसमिशन का स्टेज नहीं आया है।