जेट एयरवेज का परिचालन बुधवार रात से बंद

मुंबई| जेट एयरवेज ने बुधवार रात से अस्थायी रूप से अपनी सभी उड़ानें स्थगित कर दी। यह निर्णय उसने परिचालन के जरूरी न्यूनतम अंतरिम कोष 400 करोड़ रुपये जुटाने में विफल रहने पर लिया। सूत्रों ने यह जानकारी दी।

आर्थिक तंगी की वजह से जेट एयरवेज ने अस्थायी रूप से परिचालन बंद करने का फैसला किया है। बैंकों द्वारा 400 करोड़ रुपये का इमर्जेंसी फंड देने से इनकार के बाद कंपनी ने कहा कि सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानों को तत्काल प्रभाव से रद्द किया जा रहा है। कंपनी के पास ईंधन और अन्य खर्चों के लिए धन की कमी है। आखिरी फ्लाइट बुधवार रात उड़ेगी। कंपनी ने जल्द ही फिर यात्रियों की सेवा कर पाने की उम्मीद जताई है।

4 साल से नकदी संकट से जूझ रही विमानन कंपनी ने कर्जदाताओं से 400 करोड़ रुपये इमर्जेंसी फंड की मांग की थी, लेकिन एसबीआई की अगुआई वाले कर्जदाताओं के समूह ने कंपनी का प्रस्ताव ठुकरा दिया। कर्मचारियों को सैलरी और पट्टे के विमानों का किराया न चुका पाने के कारण उसकी उड़ानों की संख्या पहले ही बहुत सीमित रह गई थी। अब कंपनी के पास शटरडाउन के अलावा कोई विकल्प नहीं बच गया था।

जेट एयरवेज ने शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कहा है, ‘हम अपनी सभी अंतरराष्ट्रीय और घरेलू उड़ानों को तुरंत प्रभाव से निरस्त करने के लिए मजबूर हैं। कर्जदाताओं और अन्य किसी भी स्रोत से इमर्जेंसी फंड नहीं मिलने से ईंधन और दूसरी अहम सेवाओं का भुगतान नहीं कर पाने की वजह से एयरलाइन अपने परिचालन को जारी रखने में सक्षम नहीं हो पाएगी।’

भारतीय स्टेट बैंक ने बैंकों के ऋणदाता समूह की ओर से देर रात जेट एयरवेज को सूचित कर दिया था कि वह एयरलाइन की अंतरिम कोष उपलब्ध कराने के आग्रह पर विचार करने में असमर्थ हैं। एयरलाइन ने अपने वक्तव्य में यह जानकारी दी है।

मंगलवार को हुई बैठक में कंपनी के बोर्ड ने सीईओ विनय दुबे को आखिरी फैसला लेने के लिए अधिकृत किया था। भारी कर्ज में फंस चुकी कंपनी के 5 ही विमान इस समय संचालन में रह गए थे। 25 साल पुरानी एयरलाइन कंपनी पर 8 हजार करोड़ रुपये से अधिक का कर्ज है।

जेट एयरवेज पहले ही अपने अंतरराष्ट्रीय परिचालन को 18 अप्रैल तक स्थगित करने की घोषणा कर चुकी है। जेट एयरवेज ने मंगलवार को कहा है कि उसे एसबीआई की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ से इमर्जेंसी कैश सपॉर्ट का इंतजार है, जिससे वह अपनी सेवाओं में आ रही गिरावट को रोक सके। बंबई शेयर बाजार को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा था कि वह अपने निदेशक मंडल के साथ विचार विमर्श कर रही है। उसकी आपात नकदी के सहयोग के लिए ऋणदाताओं के साथ बातचीत चल रही है।

इसे शेयर करें

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *