झारखंड : झाविमो के बंधु, प्रदीप के ‘हाथ’ थामने की संभावना पर कांग्रेस में बगावत के सुर


झारखंड विकास मोर्चा (झाविमो) से निष्कासित विधायक बंधु तिर्की और विधानसभा में झाविमो विधायक दल के नेता पद से हटाए गए विधायक प्रदीप यादव के कांग्रेस का ‘हाथ’ थामने के कयासों के बीच अब इस मुद्दे पर कांग्रेस में ही बगावत के सुर उभरने लगे हैं। प्रदीप यादव के कांग्रेस में शामिल किए जाने के खिलाफ जामताड़ा से कांग्रेस के विधायक इरफान अंसारी ने इस्तीफा देने तक की धमकी दे डाली है।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में झाविमो के विलय की खबरों के बीच बगावत का झंडा बुलंद करने वाले विधायक बंधु तिर्की के पार्टी से निष्कासित किए जाने के बाद तिर्की और प्रदीप यादव ने दिल्ली में कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी से मुलाकात की। सूत्रों का कहना है कि इन दोनों के कांग्रेस में शामिल होने पर सहमति दी जा चुकी है।

इस खबर के मीडिया में आने के बाद कांग्रेस के कई नेताओं ने तो स्वागत किया, परंतु जामताड़ा के विधायक इरफान अंसारी ने बगावत का झंडा बुलंद कर दिया है। प्रदेश कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष अंसारी कहते हैं, “अगर प्रदीप यादव को कांग्रेस में शामिल किया जाता है तो मैं झारखंड कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दूंगा। कांग्रेस आलाकमान को इस मामले में अंधेरे में रखा जा रहा है।”

उन्होंने कहा कि पार्टी को मजबूत स्थिति में लाने के लिए जिन लोगों ने दिन-रात मेहनत की है, उनकी भावनाओं को दरकिनार कर प्रदीप यादव को सीधे दिल्ली ले जाकर आलाकमान से मिलवाया जा रहा है।

उन्होंने अपने पार्टी नेताओं पर ही निशाना साधते हुए कहा कि “कुछ लोग दिल्ली से ही झारखंड कांग्रेस को चलाना चाहते हैं। ऐसे लोगों की अब नहीं चलेगी।”

अंसारी कहते है कि “यादव जहां भी जाते हैं, पार्टी को बर्बाद कर देते हैं। यादव की शुरुआती ट्रेनिंग आरएसएस में हुई है और उन्हें कांग्रेसी कार्यकर्ता स्वीकार नहीं करेंगे।”

कोलेबिरा से कांग्रेस विधायक विक्सल कोनगाड़ी ने कहा, “किसी के भी आने से पार्टी मजबूत होती है। इसमें किसी की नाराजगी का प्रश्न ही कहां उठता है।”

इस बीच, पार्टी प्रवक्ता शमशेर आलम ने कहा, “बंधु तिर्की झाविमो का भाजपा में विलय का विरोध कर रहे थे, इसलिए साजिश के तहत उन्हें पार्टी से बाहर किया गया है।”

उन्होंने कहा कि बंधु तिर्की कांग्रेस में आना चाहेंगे, तो कांग्रेस को उनसे परहेज नहीं होगा। अंसारी के इस्तीफे के बयान पर उन्होंने कहा कि किसी को भी अपनी बातें पार्टी फोरम में उठानी चाहिए।

कांग्रेस विधायक दीपिका पांडेय भी कहती हैं कि प्रदीप यादव हों या बंधु तिर्की, जब वे दिल्ली जाकर आलाकमान से मिल चुके हैं, तो फिर राज्य में बयानबाजी करने का कोई लाभ नहीं है। उन्होंने कहा कि इसे बेकार तूल दिया जा रहा है।

झाविमो से निष्कासित बंधु तिर्की भी स्वीकार करते हैं कि कुछ कानूनी सलाह के बाद वह कांग्रेस में शामिल होंगे, लेकिन अभी थोड़ा इंतजार करना होगा।

सूत्रों का कहना है कि मंत्रिमंडल विस्तार को लेकर झामुमो ने चार विधायकों पर एक मंत्री का फॉर्मूला तय किया है। कांग्रेस के फिलहाल 16 विधायक हैं। ऐसे में कहा जा रहा है कि दो अन्य विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने से कांग्रेस में विधायकों की संख्या 18 हो जाएगी, जिससे मंत्री पद के लिए पांच का दावा बन जाएगा।

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