नई दिल्ली/ मुंबई 31 मार्च| भारत में 2019 आम चुनाव की घोषणा के बाद से ही टूरिज्म कंपनियों को उम्मीद है कि दुनिया के सबसे बड़े चुनाव के इस ‘कुंभ मेले’ से उनकी अच्छी कमाई होगी।
पता चला है कि हर चौथा टूर ऑपरेटर, ऑनलाइन सेल एजेंट और गाइड कंपनी चुनाव को ध्यान में रखकर छुट्टियों का पेकैज बेच रही है।
लंदन में मौजूद कंपनी पोलिटिकल टूर के निदेशक निकोलस वुड ने आईएएनएस से कहा, “मुझे लगता है यह अपने आप में एक बहतरीन अनुभव है, जरा सोचिए कि कितने सारे लोग इस चुनाव में भाग लेंगे। हमारे पास ग्राहक हैं जो भारत का दौरा उस समय करेंगे जब वहां मतदान होना है। वे जहां-जहां मतदान होगा, वहां-वहां जाएंगे और उसे देखेंगे।”
विदेशी पर्यटक जानना चाहते हैं कि कैसे नोटबंदी से लोग परेशान हुए और नई नौकरियां पैदा न करने के बावजूद प्रधानमंत्री मोदी अपनी छवि और अपनी लोकप्रियता को बनाए रखने में कामयाब रहे हैं।
यह कोई आश्चर्य नहीं, लेकिन छात्र, शिक्षक और कला प्रेमी लोग वाराणसी, गांधीनगर, जयपुर, लखनऊ, मुंबई, हैदराबाद, भोपाल, जोधपुर, दिल्ली और नागपुर में इस बड़े कार्यक्रम के गवाह बनेंगे।
यात्रा डॉट कॉम की सीओ शाहरत ढाल ने कहा कि चुनावी टूर हाल फिलहाल में बहुत ही ज्यादा लोकप्रिय हो रहा है। यह बिल्कुल ही एक नया प्रयोग है। यह बाजार में उन लोगों के लिए एक नए पैकेज के साथ मौजूद है जो भारत में छुट्टियां प्लान कर रहे हैं।
दुनिया में होने वाले इतने बड़े घटनाक्रम के चलते और विश्वभर से मिलने वाली इतनी कवरेज से कुछ मुख्य चुनावी राज्य, जैसे- वाराणसी और गुजरात में रुके विदेशियों ने भारत में होने वाले मतदान तक रुकने का अपना मन बना लिया है।
अहमदाबाद की एक कंपनी, जिसने वर्ष 2012 में गुजरात चुनाव में अच्छे टूर पैकेज बेचे थे। उसे उम्मीद है कि इस बार वह 10,000 तक विदेशियों को पैकेज बेचेगी।
आकाश ट्रैवल्स के चेयरमैन मनीष शर्मा ने आईएएनएस से कहा कि चुनाव प्रचार से लेकर नतीजों की घोषणा तक भारतीय चुनाव उनकी उत्सुकता को दर्शाता है।
उन्होंने कहा, “इस साल हमारे पास 1,600 बुकिंग हैं और हमें उम्मीद है कि 10,000 विदेशी पूरी दुनिया से यहां आएंगे। हमने पैकेज में दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र को अच्छी तरह समझने आए लोगों को ध्यान में रखकर हरेक बात का पूरा ख्याल रखा है।”
सात दिन और छह रात का पैकेज 500 डॉलर (35,000 रुपये) का है, जिसमें हवाई यात्रा का किराया शामिल नहीं है। पैकेज के तहत विदेशी सैलानियों को चुनावी रैलियां और स्थानीय आकर्षक चीजें दिखाई जाएंगी।