तीन अमेरिकी वैज्ञानिकों को चिकित्सा का नोबेल


स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम में 2019 के लिए नोबेल पुरस्कारों की घोषणा सोमवार से शुरू हुई। इस बार चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार अमेरिका के विलियम जी. केलिन जूनियर और ग्रेग एल सेमेन्जा, ब्रिटेन के सर पीटर जे. रैटक्लिफ को दिया जाएगा। कल भौतिकी और उसके बाद 14 अक्टूबर तक कुल छह क्षेत्रों में नोबेल पुरस्कार विजेता का ऐलान होगा।

नोबल असेम्बली के मुताबिक, इन वैज्ञानिकों ने यह खोज की कि ऑक्सीजन की उपलब्धता को मानव कोशिकाएं कैसे महसूस करती हैं और कैसे उनके अनुकूल बनती हैं। तीनों वैज्ञानिकों ने उस कोशिकीय मशीनरी की पहचान की, जो ऑक्सीजन की उपलब्धता के मुतािबक जीन्स की गतिविधियों को संचालित करती है। यह खोज किसी जीवन की सबसे जरूरी अनुकूलन प्रक्रिया के मैकेनिज्म के बारे में बताती है। इसने हमारी समझ के आधार को स्थापित किया कि किस तरह ऑक्सीजन का स्तर हमारे सेलुलर मेटाबॉलिज्म और शारीरिक गतिविधियों को प्रभावित करता है। इस खोज से एनीमिया, कैंसर और अन्य बीमारियों के इलाज में मदद मिलेगी।

स्वीडिश अकादमी 2018 और 2019 दोनों ही वर्षों के लिए साहित्य नोबेल पुरस्कारों का ऐलान करेगी। पिछले साल उभरे यौन उत्पीड़न के मामले की वजह से 2018 के साहित्य नोबेल की घोषणा को अकादमी ने स्थगित कर दिया था।

मेडिसिन के नोबेल पुरस्कार से जुड़े तथ्य

1901 से 2018 के बीच चिकित्सा के क्षेत्र में 109 नोबेल पुरस्कार दिए गए, 216 लोगों को यह प्रदान किया गया।
मेडिसिन के क्षेत्र में 12 महिलाओं को नोबेल दिया गया है, 2009 में यह दो महिलाओं को एक साथ प्रदान किया गया।
फ्रेडरिक जी. बैंटिंग (32) मेडिसिन के क्षेत्र में नोबेल पुरस्कार पाने वाले सबसे युवा, उन्हें इन्सुलिन की खोज के लिए 1923 में यह पुरस्कार मिला।
पेटोन राउस (87) सबसे उम्रदराज नोबेल पुरस्कार विजेता हैं, उन्हें ट्यूमर इंड्यूसिंग वायरस की खोज के लिए 1966 में यह पुरस्कार दिया गया।

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