दिवंगत सांसद की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना सभा

प. चंपारण- वाल्मीकिनगर लोकसभा सीट से सांसद बैद्यनाथ प्रसाद महतो के दिवंगत आत्मा की शांति के लिए रामनगर कर्पूरी आश्रम में शोक सभा का आयोजन किया गया, जिसमें उनके आत्मा की शांति के लिए भगवान से प्रार्थना की गई व उनके तस्वीर पर पुष्प अर्पित की गई ।

उधर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी महतो के असामयिक निधन पर दुख और शोक प्रकट किया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अपने शोक संदेश में कहा, “बैद्यनाथ प्रसाद महतो अपने संसदीय क्षेत्र में काफी लोकप्रिय थे। सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी अभिरुचि थी। उन्होंने बिहार सरकार में मंत्री पद की जिम्मेदारियों का भी कुशलतापूर्वक निवर्हन किया था। वे 2009 एवं 2019 में वाल्मीकिनगर से सांसद निर्वाचित किए गए।”

उन्होंने आगे कहा, “अपने आदर्शों की बदौलत सार्वजनिक जीवन में उच्च स्थान प्राप्त किया। उन्होंने अपने व्यक्तित्व की बदौलत समाज के सभी वर्गों का आदर एवं सम्मान प्राप्त किया। मेरा महतो जी से काफी लम्बे समय से राजनीतिक रिश्ता था और वे विश्वस्त सहयोगी थे। उनके निधन से मैं व्यक्तिगत रूप से ममार्हत हूं। उनका निधन राजनीतिक एवं सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।” नीतीश ने कहा कि महतो का अंतिम संस्कार पूरे राजकीय सम्मान के साथ होगा। मुख्यमंत्री ने दिवंगत आत्मा की चिर शांति तथा उनके परिजनों को दुख की इस घड़ी में धैर्य धारण करने की शक्ति प्रदान करने की ईश्वर से प्रार्थना की है।

बैद्यनाथ प्रसाद महतो का शुक्रवार (28 फरवरी) को निधन हो गया। बैद्यनाथ प्रसाद महतो काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और दिल्ली एम्स में उनका इलाज चल रहा था। बैद्यनाथ प्रसाद महतो एक हफ्ते से वेंटिलेटर पर थे।

बैद्यनाथ प्रसाद महतो का जन्म 2 जून 1947 को पश्चिमी चम्पारण जिले में हुआ था। जिन्होंने भारतीय राजनीतिज्ञ के तौर पर 2009 और फिर 2019 में लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र वाल्मीकिनगर से NDA गठबंधन के जदयू उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ते हुए कांग्रेस प्रत्यासी शाश्वत केदार को 354616 मतों से हरा विजयी हुए थे। इस तरह जीत दर्ज कर 15वीं और फिर17वीं लोकसभा के लिए भारतीय संसद के सदस्य रहें। इससे पहले वह पश्चिमी चम्पारण जिला के नौतन विधानसभा क्षेत्र से 3 बार जीत दर्ज करने के साथ ही 2005 से 2008 तक बिहार सरकार में ग्रामीण विकास विभाग के मंत्री के तौर पर भी अपना योग्यदान दिया है।

बैद्यनाथ प्रसाद महतो ने पश्चिमी चम्पारण जिला मुख्यालय बेतिया में साल 1992 से लेकर 1995 तक राष्ट्रीय सहकारी बैंक बेतिया में शाखा प्रबंधक रहे लेकिन राजनीति में दिलचस्पी होने के कारण इन्होंने सरकारी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में सक्रिय हो गए। साल 2000 में पहली बार नौतन विधानसभा से जीत हासिल की थी।

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