भारत के राष्ट्रीय टेलीविजन प्रसारणकर्ता दूरदर्शन (डीडी) ने सोशल मीडिया चैनल यूट्यूब के साथ अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी पर ध्यान केंद्रित करने वाले उन चैनलों के खिलाफ कॉपीराइट के दावे किए हैं, जो कि इसरो के रॉकेट लॉन्च दृश्यों का उपयोग करते हैं। एक यूट्यूब अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी चैनल के प्रमोटर ने यह बात कही है।
गैरीब साइंटिस्ट चैनल के प्रमोटर ने नाम न छापे जाने की शर्त पर आईएएनएस से कहा, डीडी ने गैरीब साइंटिस्ट के खिलाफ कॉपीराइट का दावा किया है।
उन्होंने कहा कि डीडी ने विदेशी चैनलों के खिलाफ कॉपीराइट उल्लंघन का दावा किया है और कुछ चैनलों ने तो भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के रॉकेट लॉन्च को रोकने का फैसला किया है।
उनके अनुसार, एक ब्रिटिश यूट्यूबर मैट लोवने ने एक Tweet में कहा है कि उन्होंने इसरो रॉकेट लॉन्च को कवर नहीं करने का फैसला किया है, क्योंकि लॉन्च की तस्वीरें जाहिर तौर पर उनके कॉपीराइट का उल्लंघन करती हैं।
इस बीच भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी ने कहा है कि वह डीडी द्वारा प्रसारित किए गए अपने सभी रॉकेट/सैटेलाइट लॉन्च ब्रॉडकास्ट/टेलीकास्ट का निर्माता है और बाद वाले के पास कोई कॉपीराइट नहीं है।
सूचना के अधिकार (आरटीआई) अधिनियम के तहत उठाए गए सवालों के जवाब में इसरो ने कहा कि यह लॉन्च प्रसारण का निर्माता है, जिसे डीडी, सोशल मीडिया हैंडल और आधिकारिक वेबसाइट द्वारा प्रसारित किया जाता है।
इसरो ने अपने आरटीआई के जवाब में कहा, डीडीओ के पास इसरो फुटेज पर कोई अधिकार नहीं है। हालांकि, डीडी सरकारी इकाई होने के नाते, श्रीहरिकोटा से इसरो के प्रसारण का समर्थन करता है। अंतरिक्ष एजेंसी ने भी स्पष्ट रूप से कहा कि डीडी के पास इसरो द्वारा निर्मित स्वतंत्र एनिमेशन पर अधिकार नहीं है।
इसरो ने यह भी कहा कि उसके और डीडी के बीच कोई लिखित अनुबंध नहीं है।