पटना, – बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के प्रमुख जीतन राम मांझी ने बुधवार को कहा कि उनकी पार्टी अब जनता दल (युनाइटेड) के सहयोगी के रूप में काम करेगी।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की पार्टी जदयू राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में है, इस कारण हम भी राजग के साथ है।
पटना में उन्होंने पत्रकारों से चर्चा करते हुए कहा कि पहले इसकी घोषणा तीन सितंबर को करनी थी, लेकिन शुभ कार्य जल्द हो जाए तो वही अच्छा होता है, यही कारण है कि उन्होंने यह आज ही कहना उचित समझा।
उन्होंने कहा, इससे पहले वे महागठबंधन में थे, लेकिन कई बार कहने के बाद भी वहां समन्वय समिति नहीं बनी। इसके लिए राजद को भी तीन-चार महीने का समय दिया और कांग्रेस को भी दो से तीन महीने का समय दिया।
इसके बावजूद समन्वय समिति नहीं बन सकी। यही कारण है कि मैंने महागठबंधन छोड़ने का फैसला ले लिया।
जदयू के साथ गठबंधन के लिए शर्त के संबंध में पूछे जाने पर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, हमारी कोई शर्त नहीं है, सीट लेने को लेकर कोई बात नहीं हुई है। विधानसभा चुनाव में सीट बंटवारे को लेकर बाद में बातचीत होगी।
उन्होंने हम पार्टी के विलय से भी इंकार करते हुए कहा, अब हम नीतीश के सहयोगी के तौर पर काम करेंगे। हम राजग के पार्टनर जरूर हैं, लेकिन जदयू से मेरी नजदीकियां ज्यादा हैं।
उल्लेखनीय है कि इससे पहले हम के प्रवक्ता दानिष रिजवान ने कहा था कि तीन सितंबर को हिंदुस्तान अवाम मोर्चा राजग का हिस्सा बनेगी, इसकी घोषणा जीतन राम मांझी खुद करेंगे।
उन्होंने कहा, विकास के लिए हम राजग का हिस्सा बनने जा रहे हैं। सीट हमारे लिए कोई मुद्दा नहीं रहा है। हम विकास के मुद्दे पर राजग के साथ जा रहे हैं।