राजधानी दिल्ली की सात लोकसभा सीटों में सबसे रोचक मुकाबला उत्तर पूर्व दिल्ली सीट पर हुुआ, जहां भाजपा ने अपने दिल्ली अध्यक्ष और भोजपुरी सुपरस्टार मनोज तिवारी को मैदान में उतारा था। मनोज तिवारी ने यहां से बहुत बड़ी जीत दर्ज की है। उत्तर-पूर्व दिल्ली से भाजपा के मनोज तिवारी ने 3 लाख 66 हजार वोटों से शीला दीक्षित को हराया। आम आदमी पार्टी ने यहां से दिलीप पांडे को उतारा था। इस सीट पर 12 मई को वोटिंग हुई थी। 2014 में भी इस सीट पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी।
उत्तर पूर्वी दिल्ली की सबसे बड़ी खासियत यह है कि यह देश के अलग-अलग हिस्सों से आए प्रवासी भारतीयों का गढ़ है। इस चुनाव में यहां का सबसे बड़ा मुद्दा प्रवासी आबादी और अनधिकृत कॉलोनियां रहे। कहा जाता है कि इन गैरकानूनी कॉलोनियों में बिहार, यूपी और अन्य राज्यों से आए लोग रह रहे हैं।
पिछले चुनाव में यहां कांग्रेस के पूर्व सांसद जयप्रकाश अग्रवाल, भाजपा के मनोज तिवारी और आम आदमी पार्टी के प्रोफेसर आनंद कुमार के बीच मुकाबला हुआ था। आम आदमी पार्टी को इस सीट से बड़ी उम्मीद थी, लेकिन मोदी लहर में सारे अरमानों पर पानी फिर गया। मनोज तिवारी ने करीब 1.50 लाख वोटों से जीत दर्ज की। उन्हें कुल 5,96,125 वोट मिले थे, जबकि दूसरे नंबर पर रहे प्रो. आनंद कुमार को 4,52,041 वोट से संतोष करना पड़ा था।
2014 के लोकसभा चुनाव में दिल्ली की सभी सात सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की थी। एग्जिट पोल में भी भाजपा के 5 से 7 सीटों पर विजयी होने का अनुमान लगाया गया था।