माखनलाल चतुर्वेदी विवि के पूर्व कुलपति सहित 20 के खिलाफ मामला दर्ज

भोपाल। आर्थिक अपराध अन्वेषण प्रकोष्ठ (ईओडब्ल्यू) में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के पूर्व कुलपति बृजकिशोर कुठियाला सहित 20 प्रोफेसर व कर्मचारियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है। पूर्व कुलपति कुठियाला पर मध्य प्रदेश के बाहर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से संबंधित संस्थानों और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों में विवि की राशि के दुरुपयोग का आरोप लगाया गया है।

करीब 21 लाख रुपए से ज्यादा की राशि का दुरुपयोग एफआईआर में बताया है। आरोपियों में पूर्व मंत्री विश्वास सारंग की बहन आरती सारंग का नाम भी है। माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विवि में वर्ष 2010 से लेकर 2018 के बीच हुई गड़बड़ियों को लेकर ईओडब्ल्यू ने यूनिवर्सिटी के रजिस्ट्रार दीपेंद्र सिंह बघेल के आवेदन और दस्तावेजों के परीक्षण के आधार पर रविवार को एफआईआर दर्ज की है।

इसमें बताया गया है कि वर्ष 2010 से 2018 के बीच कुलपति रहे बृजकिशोर कुठियाला द्वारा विवि में नियम विरुद्ध नियुक्तियां की गईं। साथ ही उन्होंने विश्वविद्यालय की राशि को प्रदेश के बाहर जाकर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के आयोजनों पर खर्च किया।

ईओडब्ल्यू की एफआईआर में कुठियाला के खिलाफ विशेष व्यक्तियों को लाभ पहुंचाने की नीयत से अनावश्यक शिक्षण केंद्र खोलने का आरोप भी है। साथ ही 2010 से 2018 के बीच कुठियाला के कार्यकाल में हुई नियुक्तयों को यूजीसी के मानकों व नियमों के विरुद्ध बताया गया है।

एफआईआर में कुठियाला के अलावा डॉ. अनुराग सीठा, डॉ. पी. शशिकला, डॉ. पवित्र श्रीवास्तव, डॉ. अविनाश बाजपेयी, डॉ. अरुण कुमार भगत, प्रो. संजय द्विवेदी, डॉ. मोनिका वर्मा, डॉ. कंचन भाटिया, डॉ. मनोज कुमार पचोरिया, डॉ. आरती सारंग, डॉ. रंजन सिंह, सुरेंद्र पॉल, डॉ. सौरभ मालवीय, सूर्य प्रकाश, प्रदीप कुमार डेहरिया, सतेंद्र कुमार डेहरिया, गजेंद्र सिंह अवश्या, डॉ. कपिल राज चंदोरिया और रजनी नागपाल के नाम शामिल हैं। विवेचना में और भी नाम सामने आने की संभावना जताई जा रही है। सभी के खिलाफ धारा 409, 420, 120 (बी) और भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा सात का मामला कायम किया है।

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