मानसून की प्रगति, विदेशी संकेतों से घरेलू शेयर बाजार को मिलेगी दिशा

मुंबई, – कोरोना के कहर के बावजूद भारतीय शेयर बाजार बीते तीन सप्ताह से गुलजार रहा और इस दौरान सेंसेक्स ने 2200 अंकों से ज्यादा की बढ़त बनाई, जबकि निफ्टी भी 600 अंकों से ज्यादा उछला, लेकिन आगामी कारोबारी सप्ताह घरेलू शेयर बाजार की चाल मानसून की प्रगति और विदेशी संकेतों से तय होगी।

हालांकि सप्ताह के दौरान जारी होने वाले प्रमुख आर्थिक आंकड़ों का निवेशकों को इंतजार रहेगा।

सप्ताह के आखिर में  देश के औद्योगिक उत्पादन के मई महीने के आंकड़े जारी होंगे। इन आंकड़ों से निवेशकों को लॉकडाउन के दौरान मई महीने में देश के औद्योगिक व विनिर्माण क्षेत्र की गतिविधियों की जानकारी मिलेगी।

इससे पहले गुरुवार को देश की प्रमुख कंपनी टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) बीते वित्तवर्ष की आखिरी तिमाही के वित्तीय नतीजे जारी करेंगी जिस पर निवेशकों की नजर होगी।
भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के प्रकोप का कहर थम नहीं रहा है।

हालांकि इस बीच वायरस की रोकथाम के लिए टीके बनाने की दिशा में हो रहे प्रयासों और दोबारा पटरी पर लौटती आर्थिक गतिविधियों से शेयर बाजार को आगे सहारा मिल सकता है, लेकिन घरेलू बाजार की दिशा तय करने में विदेशी बाजारों से मिलने वाले वाले संकेतों की अहम भूमिका होगी।

मानसून के मेहरबान रहने से खरीफ फसलों की बुवाई जोर पकड़ी है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बीते शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई 432.97 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के रकबे से 202.94 लाख हेक्टेयर यानी 88.22 फीसदी ज्यादा है।

हालांकि बीते सप्ताह 25 जून से लेकर एक जुलाई तक देशभर औसत से एक फीसदी कम बारिश हुई, लेकिन एक जून से लेकर एक जुलाई तक देशभर में औसत से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इस सप्ताह बारिश की गतिविधियां मैदानी इलाके में तेज रहेंगी।

भारत समेत पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के प्रकोप का कहर थम नहीं रहा है। हालांकि इस बीच वायरस की रोकथाम के लिए टीके बनाने की दिशा में हो रहे प्रयासों और दोबारा पटरी पर लौटती आर्थिक गतिविधियों से शेयर बाजार को आगे सहारा मिल सकता है, लेकिन घरेलू बाजार की दिशा तय करने में विदेशी बाजारों से मिलने वाले वाले संकेतों की अहम भूमिका होगी।

मानसून के मेहरबान रहने से खरीफ फसलों की बुवाई जोर पकड़ी है। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्रालय द्वारा बीते शुक्रवार को जारी आंकड़ों के अनुसार, देशभर में खरीफ फसलों की बुवाई 432.97 लाख हेक्टेयर में हो चुकी है जो पिछले साल की समान अवधि के रकबे से 202.94 लाख हेक्टेयर यानी 88.22 फीसदी ज्यादा है।

हालांकि बीते सप्ताह 25 जून से लेकर एक जुलाई तक देशभर औसत से एक फीसदी कम बारिश हुई, लेकिन एक जून से लेकर एक जुलाई तक देशभर में औसत से 15 फीसदी अधिक बारिश हुई। भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, इस सप्ताह बारिश की गतिविधियां मैदानी इलाके में तेज रहेंगी।

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