बाराबंकी (ऊत्तरप्रदेश)- आधे-अधूरे शौचालय को बनाकर गांव के बाहर लगाया शौचमुक्त का बोर्ड ।
एक ओर सरकार करोड़ो रुपए पानी की तरह बहाकर स्वछता मिशन पर जोर दे रही है , वही दूसरी ओर क्षेत्र की एक ग्रांम पंचायत ऐसी भी है, जहां पर आधे-अधूरे शौचालयों को बनाकर गांव के बाहर शौच मुकत का बोर्ड़ लगा कर प्रशासन की मंशा का मखौल उड़ाया जा रहा है।
चौकिए नहीं यदि इसकी ज़मीनी हकीकत देखना है, तो विकशखण्ड, दरियाबाद की ग्रांम पंचायत टुवा में ओडीएफ के अंतर्गत बने शौचालयों का निरीक्षण कर लीजिए सारी हकीकत खुलकर सामने आ जाएगी जहां पर शौचालयों के बनाने में ग्रांम प्रधन व ठेकेदार की मिलीभगत के कारण अनियमितताऐं देखने को मिल रही है।
ग्रांम पंचायत के निर्मित शौचालय में घटिया किस्म की सामग्री का प्रयोग किया जाता है। साथ ही साथ १६५ शौचालयों में से किसी में पानी की टंकी की टोटियां नहीं लगाई गयी है, तो कुछ के ऊपर ढक्कन तक नहीं है,और कहीं के शौचालयों में सीट भी नहीं है।
आधे-अधूरे शौचालय की गुणवत्ता की जाँच बारीकी के साथ की जाए तो सारी हकीकत खुल कर सामने आ जाएगी ।
*उत्कर्ष राजावत की बाराबंकी से रिपो्र्ट.