राष्ट्रीय जनता दल की नई प्रदेश टीम का ऐलान गुरुवार को कर दिया गया। राजद की इस नई टीम पर लालू इफेक्ट साफ दिखा। प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह की इस टीम में राजद सुप्रीमो लालू यादव के नजदीकियों को तरजीह दी गई है। सामाजिक समीकरणों का भी ख्याल रखा गया है। माय समीकरण के दायरे को कम करने की भी कवायद की गई है। इसमें 22 प्रदेश उपाध्यक्ष व 107 महासचिव बनाए गए हैं। वहीं, नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने कहा कि राजद में कोई गुट नहीं है। राजद में सिर्फ लालू गुट है। उधर, प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि 2020 में हमारी लड़ाई संविधान बचाने की है। उधर, राजद की नई टीम में नाम नहीं आने पर कुछ लोगों ने राबड़ी आवास पर हंगामा किया। बाद में मामला शांत हुआ।
राजद ने आखिर गुरुवार को प्रदेश टीम की सूची जारी कर दी। दरअसल यह सूची पिछले माह ही जारी होने वाली थी। लेकिन सामाजिक समीकरणों को ध्यान में रखते हुए इसे लगातार आगे बढ़ाया जा रहा था। इसके बाद 10 फरवरी की डेट निर्धारित की गई। इस बार बताया कि दिल्ली चुनाव को लेकर इसकी डेट दो दिनों के लिए आगे की जा रही है।
राजद ने इस बार टालमटोल नहीं किया और गुरुवार को अपराह्न बाद अपनी प्रदेश टीम की सूची जारी कर दी। जगदानंद की टीम में लालू के नजदीक माने जाने वाले विधायक व पूर्व मंत्री आलोक मेहता को प्रदेश महासचिव की जिम्मेवारी दी गई है। इसी तरह, कभी जदयू में शिक्षा मंत्री का पद संभालने वाले और बाद में हम पार्टी के रास्ते राजद में शामिल होने वाले वृष्णि पटेल को महत्वपूर्ण जिम्मेवारी दी गई है। इसके साथ तनवीर हसन को भी उपाध्यक्ष की जिम्मेवारी दी गई है।
राजद की नई टीम में कुल 22 उपाध्यक्ष बनाए गए हैं। इसी तरह, 107 महासचिव बनाए गए हैं। इसके अलावा सचिव व उपसचिव के पदों पर भी तैनाती हुई है। वहीं, कोषाध्यक्ष के पद पर राकेश रंजन तो कार्यालय सचिव के पद पर चंदेश्वर प्रसाद सिंह को तैनात किया गया है। सूची जारी के होने के बाद प्रदेश अध्यक्ष जगदानंद सिंह ने कहा कि राजद संविधान बचाने की लड़ाई लड़ेगा। उन्होंने कहा कि 2020 में होने वाले विधानसभा चुनाव में राजद का एक मुद्दा यह भी होगा। उन्हाेंने कहा कि 23 फरवरी से बेरोजगारी हटाओ अभियान शुरू किया जाएगा।