भारतीय टीम के ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन को लगता है कि अगर एक गेंदबाज को विदेशी जमीन पर सफल होना है तो प्रतिभा के साथ उसे थोड़ी बहुत किस्मत की भी जरूरत होती है. अश्विन को भारत के बेहतरीन स्पिनरों में गिना जाता है लेकिन घर में और विदेशों में उनके प्रदर्शन में अंतर साफ देखा जा सकता है|
अश्विन ने वीडियो चैट में संजय मांजरेकर के साथ बात करते हुए कहा, “मैंने जितने मैच अपने देश के लिए जीते हैं, जितनी सफलताएं मुझे मिली हैं, जो बेहतरीन प्रदर्शन मैंने किया है उसे मेरे विदेशी दौरों के साथ रखकर देखा जाता है|
उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि मैं जहां भी जाऊं समान सफलता हासिल करूं. मैंने इंग्लैंड में जितने मैच खेले हैं मुझे यह लगा है कि एक स्पिनर के लिए अलग तरह की परिस्थिति में गेंदबाजी करना और वही आंकड़े दोहराना, इसके लिए जरूरी है कि आप सही समय पर गेंदबाजी करें और दूसरा थोड़ी किस्मत आपके साथ हो|
उन्होंने कहा, “ऐसे मौके रहे हैं जो मैंने गंवाए हैं. मैं अपने को लेकर काफी आलोचक रहता हूं. हम नहीं जानते कि हम कब क्रिकेट पर लौटेंगे लेकिन जब भी हम विदेशी दौरों पर जाएंगे मुझे लगता है कि मेरे सर्वश्रेष्ठ दिन अभी आने बाकी हैं|