वेनेजुएला में राजनीतिक संकट गहराया, स्कूल, ऑफिस बंद, तैनात हुए रूसी सैनिक

कराकस: दक्षिण अमेरिकी देश वेनेजुएला का राजनीतिक संकट गहराता जा रहा है।  ताजा खबर के मुताबिक मंगलवार को स्कूलों व कार्यालयों को 24 घंटे के लिए बंद रखने का आदेश दिया गया। वेनेजुएला में दूसरी बार बड़े पैमाने पर ब्लैकआउट के बाद ये आधिकारिक घोषणा थी। संचार मंत्री जॉर्ज रोड्रिगेज ने कहा- अधिकारियों द्वारा जल्द से जल्द बिजली की बहाली के लिए काम किया जा रहा है।

वहीं दूसरी तरफ, वेनेजुएला के विपक्षी नेता जुआन गुएदो ने मंगलवार को आरोप लगाया कि संकट के दौर से गुजर रहे उनके देश में रूसी सैनिकों की तैनाती से संविधान का उल्लंघन हुआ है। अमेरिका और 50 से अधिक देशों की ओर से वेनेजुएला के अंतरिम राष्ट्रपति के रूप में मान्यता पाने वाले गुएदो ने नेशनल एसेंबली में भाषण में यह मुद्दा उठाया। वह इस नेशनल एसेंबली के प्रमुख हैं।

उन्होंने बताया, ‘ऐसा लगता है कि (राष्ट्रपति निकोलस मादुरो की सरकार को) अपने ही जवानों पर भरोसा नहीं है क्योंकि यह दूसरों को ला रही है। एक बार फिर संविधान का उल्लंघन हुआ है।’ मादुरो को नेता के रूप में मान्यता देने वाले रूस ने वेनेजुएला के लिए 100 जवान और कई टन सैन्य उपकरण ले कर शनिवार को दो विमानों को भेजा था। गुएदो ने कहा कि मादुरो और उनकी सरकार उन (रूसी) विमानों में जनरेटर या इंजीनियरों को लेकर नहीं आई बल्कि वे देश की धरती पर विदेशी सैनिकों को ले कर आए हैं।

इससे पहले रूस के विदेश मंत्रालय ने मंगलवार को कहा कि मॉस्को का काराकस में सैन्य विशेषज्ञों को भेजने का निर्णय वेनेजुएला के कानूनों के अनुरूप ही है। रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जाखोरोवा ने एक बयान में कहा कि मास्को वेनेजुएला के साथ ‘सहयोग को आगे बढ़ा’ रहा है और यह उस देश के कानून के अनुरूप है। उन्होंने कहा कि वेनेजुएला के इलाके में रूसी विशेषज्ञों की मौजूदगी रूस एवं इस देश के मध्य समझौते के तहत ही विनियमित है। दोनों देशों ने मई 2001 में सैन्य एवं तकनीकी सहयोग पर हस्ताक्षर किए थे।

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