कोलंबो- श्रीलंका सरकार ने मंगलवार को कहा कि द्वीप देश में प्लास्टिक, पॉलीथिन और मछली पकड़ने वाले फेंके हुए जालों से ईंधन निकालने के लिए एक नई परियोजना लागू करने की योजना पर काम चल रहा है। समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक, मत्स्यपालन एवं जल संसाधन मंत्री दिलीप वेदाराछी ने एक जनसभा में बताया कि इस परियोजना को द्वीप के मत्स्यपालन बंदरगाहों में से किसी एक के करीब शुरू किया जाएगा।
उन्होंने कहा कि गहरे समुद्र में मछली पकड़ने वाले मछुआरे समुद्र में प्लास्टिक की बोतलें, पॉलीथिन और मछली पकड़ने के पुराने जाल फेंक देते हैं, जिससे समुद्र में तो प्रदूषण होता ही है, उसके साथ-साथ समुद्री जीवन को भी नुकसान पहुंच रहा है।
मंत्री ने कहा कि ईंधन का उत्पादन करने के लिए इस परियोजना के जरिए मछुआरों को मत्स्यपालन बंदरगाह पर अपनी प्लास्टिक की बोतलें, पॉलीथिन और मछली पकड़ने के जाल सौंपने के लिए प्रोत्साहित किया जाएगा।
गौरतलब हो कि 2016 की एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया था कि 2050 तक समुद्र में प्लास्टिक का वजन समुद्र में मौजूद मछलियों से ज़्यादा हो जाएगा।