सभी दलों के नेताओं ने जेटली के निधन पर शोक जताया


पूर्व केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली पार्टी के लिए संकटमोचक तो थे ही, उनकी खासियत यह थी कि वह विपक्षी दलों में भी स्वीकार्य होते थे। उनके निधन पर भाजपा के साथ ही अन्य दलों के नेताओं ने भी गहरा दुख जताया है। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के बड़े नेता ने लंबी बीमारी के बाद शनिवार को अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में अंतिम सांस ली।

मणिपुर की राज्यपाल नजमा हेपतुल्ला ने जेटली को कानूनी प्रबुद्ध व्यक्ति के रूप में याद किया। उन्होंने कहा, “वह न केवल सदन के पटल पर, बल्कि अदालत कक्ष में भी बहुत अच्छी तरह से बोल सकते थे।”

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने जेटली के निधन को व्यक्तिगत नुकसान कहा। शाह ने उन्हें न केवल पार्टी का वरिष्ठ नेता, बल्कि परिवार का हिस्सा भी कहा।

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने याद किया कि किस तरह जेटली को सत्तापक्ष और विपक्ष, सभी ने सराहा। सिंह ने कहा, “उन्हें मुद्दों के बारे में गहरी और स्पष्ट समझ थी। उनके ज्ञान और अभिव्यक्ति ने कई दोस्तों का दिल जीता।”

मध्यप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा, “जब वह भाजपा की केंद्रीय चुनाव समिति की बैठकों में हिस्सा लेते थे तो देर रात तक चलती थी। यहां तक कि उन्होंने आखिरी दिनों में भी ट्वीट करना जारी रखा।”

असम के नेता हेमंत बिस्व सरमा ने जेटली को आधुनिक भारत का एक सबसे बड़ा वास्तुकार बताया। उन्होंने कहा कि जेटली एक कुशल वकील, उत्कृष्ट सांसद और महान प्रशासक थे।

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने कोलकाता में जेटली के निधन पर शोक व्यक्त किया। उन्होंने जेटली को एक उत्कृष्ट सांसद और प्रतिभाशाली वकील बताया, जिनका सभी दलों में सम्मान और सराहना हुई। ममता ने ट्वीट किया, “अरुण जेटली जी के निधन से बहुत दुख हुआ। उन्होंने बहादुरी से काम किया। एक उत्कृष्ट सांसद और एक शानदार वकील। उनकी सभी पार्टियों ने सराहना की।”

उन्होंने कहा कि भारतीय राजनीति में जेटली के योगदान को याद किया जाएगा। ममता ने कहा, “उनकी पत्नी, बच्चों, दोस्तों और प्रशंसकों के प्रति मेरी संवेदना।”

कांग्रेस ने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के माध्यम से लिखा, “अरुण जेटली के निधन के बारे में सुनकर हमें गहरा दुख हुआ है। उनके परिवार के प्रति हमारी संवेदना। दुख की इस घड़ी में हमारी आत्मा और प्रार्थना उनके साथ है।”

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और जेटली के कानूनी बिरादरी के मित्र कपिल सिब्बल ने ट्वीट किया, “यह जानकर बहुत अफसोस हुआ कि अरुण जेटली अब नहीं रहे। एक पुराने दोस्त और एक प्रिय सहयोगी को भारत के वित्तमंत्री के तौर पर उनके अत्यंत प्रभावशाली योगदान के लिए याद किया जाएगा। वह अतुलनीय नेता प्रतिपक्ष रहे थे। वह हमेशा अपने दोस्तों के लिए और अपनी पार्टी के लिए मजबूती से खड़े रहे।”

दिल्ली के मुख्यमंत्री और आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल ने भी पूर्व वित्तमंत्री के निधन को बहुत बड़ा नुकसान बताया। उन्होंने कहा, “पूर्व वित्तमंत्री और वरिष्ठ नेता अरुण जेटली जी का असामयिक निधन राष्ट्र के लिए एक बहुत बड़ी क्षति है। कानूनी विद्वान और अपने शासन कौशल के लिए जाने जाने वाले एक अनुभवी राजनीतिज्ञ को देश याद करेगा। दुख के इस क्षण में उनके परिवार के प्रति प्रार्थना और संवेदनाएं। उनकी आत्मा को शांति मिले।”

लोकसभा में कांग्रेस के पूर्व नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी उनके निधन पर शोक व्यक्त करते हुए कहा, “पूर्व केंद्रीय मंत्री और भाजपा नेता अरुण जेटली के असामयिक निधन के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ। वह एक सज्जन और कुशल वकील थे। वह याद किए जाएंगे। उनके परिवार के सदस्यों के लिए मेरी हार्दिक संवेदनाएं। भगवान इस दुख के समय में उन्हें शक्ति दें।”

पूर्व केंद्रीय मंत्री और कांग्रेस नेता शशि थरूर ने भी ट्वीट कर संवेदनाएं प्रकट की। उन्होंने लिखा, “मेरे दोस्त और दिल्ली विश्वविद्यालय के सीनियर अरुण जेटली के निधन से दुखी हूं। हम पहली बार तब मिले थे, जब वह डूसू में थे और मैं सेंट स्टीफंस कॉलेज यूनियन का अध्यक्ष था। राजनीतिक मतभेद के बावजूद हम एक-दूसरे का सम्मान करते थे और लोकसभा में बजट पर बहस करते थे।”

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