सीबीडीटी अध्यक्ष पर आरोप लगाने वाली आईआरएस अधिकारी अलका त्यागी सेवानिवृत्त

केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष पी. सी. मोदी के खिलाफ सनसनीखेज आरोप लगाने वाली भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी अलका त्यागी सोमवार को सेवानिवृत्त हो रही हैं।

1984 बैच के अधिकारी नितिन गुप्ता नेशनल एकेडमी ऑफ डायरेक्ट टेक्सेज, नागपुर (एनएडीटी) के नए महानिदेशक के रूप में पदभार संभालने के लिए पूरी तरह तैयार हैं।

अलका त्यागी 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रही हैं, हालांकि शुक्रवार को महीने का आखिरी कार्य दिवस होने के कारण उन्होंने अपना कार्यकाल पूरा कर लिया है।

गुप्ता मुंबई में महानिदेशक (आईटी) इन्वेस्टिगेशन, के रूप में काम कर चुके हैं। उनका कार्यकाल सितंबर 2023 तक समाप्त हो सकता है। गुप्ता अक्टूबर 2020 में प्रिंसिपल चीफ कमिशनर इनकम टैक्स (पीसीसीआईटी) के पद पर पदोन्नत हुए थे।

पिछले साल अक्टूबर में त्यागी ने सीबीडीटी के अध्यक्ष पी.सी. मोदी पर गंभीर आरोप लगाए थे। सीबीडीटी प्रमुख के साथ उसके झगड़े के सुर्खियों में आने के कुछ दिनों बाद त्यागी को एक उच्च पद पर पदोन्नत किया गया और नागपुर में कर विभाग के प्रशिक्षण अकादमी में तैनात किया गया।

वरिष्ठ महिला अधिकारी ने आरोप लगाया था कि उसके बॉस और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के प्रमुख पी.सी. मोदी ने विजिलेंस मामले के पहले निपटारे को ब्लैकमेल का हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हुए कथित तौर पर उनकी पोस्टिंग को रोक दिया था। मीडिया के एक वर्ग ने इसकी सूचना दी थी, जिससे कर विभाग में हडकंप मच गया।

वहीं 3 अक्टूबर, 2019 को सीबीडीटी के एक आदेश में कहा गया है कि सक्षम प्राधिकारी के अनुमोदन पर त्यागी को प्रिंसिपल चीफ कमिशनर ऑफ इनकम टैक्स (पीआर सीसीआईटी) के ग्रेड में पदोन्नत किया गया है।

मुंबई में चीफ कमिशनर ऑफ इनकम टैक्स (यूनिट 2) त्यागी ने मोदी के खिलाफ शिकायत करते हुए केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण को पत्र लिखा था।

त्यागी ने टैस्क चोरी के कुछ हाई-प्रोफाइल मामलों को संभाला है, जिनमें दीपक कोचर-आईसीआईसीआई बैंक का मामला और जेट एयरवेज से संबंधित मामला शामिल है।

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