महाशिवरात्रि के आखिरी स्नान पर्व पर कुंभ की अमृतधार को अंतस में संजोने के लिए एक बार फिर भक्ति का जन प्रवाह प्रस्फुटित हुआ। हर मन में प्रयाग और हर दिल में संगम की पवित्रता का भाव लेकर लोग त्रिवेणी में डुबकी लगाकर जीवन धन्य बनाने के लिए उमड़ पड़े। श्रद्धा-भक्ति और विश्वास का कारवां उफनाया तो रविवार का शाम सब कुछ थम सा गया। न सड़कों पर पैदल चलने की जगह बची न संगम पर खड़ा होने की। कुंभ मेला प्रशासन ने आखिरी स्नान पर्व पर एक करोड़ से अधिक श्रद्धालुओं के डुबकी लगाने का अनुमान लगाया गया था।
भीड़ उमड़ने की वजह से घाटों पर पैरामिलिट्री के अलावा पुलिस के जवानों की तैनाती की गई। जल पुलिस के गोताखोर लगातार निगरानी कर रहे थे। साथ ही एनडीआरएफ की टीमें भी तैनात कर दी गई थी। भीड़ को देखते हुए एक से लेकर छह नंबर तक के सभी छह पांटून पुलों पर यातायात रोक दिया गया था, ताकि वाहनों की आवाजाही के चलते श्रद्धालुओं को पैदल आने-जाने में दिक्कतों का सामना न करना पड़े।
मुख्य बातें:-
-450 अतिरिक्त जवान महाशिवरात्रि पर शिव मंदिरों में तैनात
-01 करोड़ से अधिक श्रद्धालु लगा सकते हैं आखिरी स्नान पर्व पर डुबकी
-02 अतिरिक्त पार्किंग गंगा पार सेक्टर-16 और 17 में बनाई गई