दिल्ली की हवा में साँस लेना जानलेवा, 75 फ़ीसदी बच्चों ने की शिकायत

“द इनर्जी एंड रिसोर्सेस इंस्टिच्यूट (टेरी) द्वारा 413 बच्चों पर स्वास्थ्य सर्वेक्षण में पाया गया कि…

जर्मनी चुनाव: एंजेला मर्केल के बाद कौन?

कनाडा के बाद अब जर्मनी के मतदाताओं ने भी देश के राजनीतिक परिदृश्य को हिला डाला…

कनाडा चुनाव- जगमीत सिंह का चला जादू, जस्टिन ट्रूडो का देंगे साथ !

कनाडा चुनाव में इस बार भले ही जस्टिन ट्रूडो फिर सरकार बनाने में कामयाब हो गए,…

बेखौफ आवाज बुलंद कर रही हैं अफगान महिलाएं, उन्हें मंज़ूर नहीं अब “ग़ुलामी”!

काबुल- अफगानिस्तान में तालिबान की दहशत के बीच अफगान महिलाएं अपने अधिकारों के लिए बेखौफ आवाज…

“पिछले 20 साल में “आतंक के ख़िलाफ़ जंग” के नाम पर अफ़ग़ानिस्तान में हुईं क़रीब 10 लाख मौतें”

31 अगस्त को पश्चिमी सैनिकों के चले जाने के बाद तालिबान एक बार फिर ड्राइविंग सीट…

अफ़गानिस्तान में ‘ग्रेट गेम’ और अमेरिका का सेल्फ़ गोल !

उन्नीसवीं सदी में रुसी और ब्रिटिश साम्राज्यों और २०वीं सदी में अमेरिका और सोवियत संघ ने…

75 साल बाद भी कई तरह के बंधनों और जकड़नों में क्यों कैद है हमारा भारत!

75 साल पहले ही गुलामी से आजादी मिल गई। लेकिन जिसे असली आजादी कहते हैं क्या…

कोविड-19: महामारी में शहरी भारत भी बेहाल, नहीं काम आई उनकी हैसियत !

कोविड-19 की महामारी ने भारत में शहरी विकास प्रक्रिया के खोखलेपन को उजागर कर दिया है।…

न राशन, न चूल्हा फूंकने को ईंधन, छतों और ट्रैक्टर-ट्रॉलियों में रात काटने को मजबूर बाढ़ पीड़ित

हम क्या कर सकते हैं, बाढ़ के पानी में सबकुछ डूब गया है और गांव को…

शासन के शतक से मात्र दो साल दूर मोदी सरकार, फिर भी बेरोज़गारी और लाचारी आसमान पर

पिछले दशक वाली सरकार के शासन काल में हम सुना करते थे कि किसानों ने क़र्ज़…