अफ्रीकी देश घाना में गांव के लोग अब एक दूसरे की मदद कर खेती में जुट गए हैं। इसमें सिर्फ स्थानीय किसान ही नहीं, कृषि विशेषज्ञ भी अपनी हुनर और ज्ञान बांटने में कोई कसर नहीं छोड़ रहे। इससे वहां की खेती में उन्नती ही नहीं बल्कि इससे रोजगार के कई अवसर भी खुल रहे हैं।
पुरुषों के साथ कंधे से कंधा मिलाकर महिलाएं भी पीछे नहीं हैं। वो भी बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहीं हैं, जिससे उन्हें रोजाना आमदनी भी हो जाती है। जिससे वहां की आर्थिक स्थिति सुधरने के साथ-साथ गरीबी दर भी कम हो रही है।
मालूम हो कि कृषि क्षेत्र में वित्तीय घाटे को भरने के लिए घाना को लगभग $ 40 मिलियन यूएस डॉलर की आवश्यकता है। अफ्रीकी खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ) के रिजनल प्रोग्राम मैनेजर, डॉ एडे फ्रीमैन के मुताबिक घाना में कृषि क्षेत्र के वित्तीय घाटा फिलहाल बढ़ता रहेगा , जबतक वर्तामान घाटे को बराबर न कर दिया जाए।