बिहार की हस्तकला ने दिल्लीवालों का दिल जीता 

नई दिल्ली, 1 अप्रैल| दिल्ली के आईएनए स्थित दिल्ली हाट में 15 दिवसीय बिहार उत्सव-2019 का समापन सोमवार को हुआ। 15 से 31 मार्च तक चले इस उत्सव में बिहार की हस्तकला एवं हस्तकरघा कला ने दिल्लीवालों का दिल जीत लिया। यहां के युवक-युवतियों ने बिहार उत्सव में जमकर खरीदारी की।

बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अधिकारी संजय कुमार ने बताया कि इस वर्ष कुल 110 स्टॉल लगाए गए थे। इन 110 स्टॉलों से लगभग 2 करोड़ रुपये से भी ज्यादा का व्यापार हुआ।

वहीं विभाग के उपनिदेशक उमेश कुमार सिंह ने बताया कि बिहार उत्सव में इस बार कुल 110 स्टॉल लगाए गए, जिनमें 53 स्टॉल हैंडलूम वस्त्रों के थे। इन स्टॉलों पर प्रसिद्ध भागलपुरी सिल्क एवं बिहार के प्रसिद्ध हस्तशिल्प को प्रदर्शित किया गया। उन्होंने बताया कि 55 हैंडीक्राफ्ट, मधुबनी पेंटिंग, सिक्की आर्ट को भी प्रदर्शित किया गया है। उन्होंने बताया कि बिहार उत्सव के माध्यम से कमजोर तबके के कलाकारों को मार्केटिंग का अवसर भी दिया जाता है।

बिहार के 107वां स्थापना दिवस के अवसर पर दिल्ली में बिहार उत्सव, 2019 का यह कार्यक्रम बिहार की संस्कृति, परंपरा, कला पर्यटन को दर्शाता है। इस बार स्टॉल के भागलपुरी सिल्क, मधुबनी पेंटिंग, सीकी के उत्पाद, काष्ठ मूर्ति, जूट के बने सामान आदि के आकर्षक स्टॉल लगाए गए थे। इसके अलावा बिहारी व्यंजन के भी चार स्टॉलों पर लगाए गए।

कार्यक्रम को खास बनाने के लिए विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति 22, 23 और 24 को की गई। इन कार्यक्रमों के जरिए बिहार के प्रसिद्ध गायकों द्वारा बिहार की लोककला एवं संस्कृति को प्रदर्शित किया गया। उत्सव के दौरान 22 मार्च को बिहार दिवस मनाया गया, जिसका उद्घाटन बिहार सरकार के उद्योग विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव त्रिपुरारी शरण ने किया था।

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