मैग्नीफिसेन्ट एमपी का आगाज शुक्रवार सुबह मुख्यमंत्री कमलनाथ ने किया। अपने संबोधन के दौरान उन्होंने कहा कि हम मध्यप्रदेश को विकास के नए आयाम पर ले जाना चाहते हैं। ये आयोजन किसी तरह का मेला या जश्न नहीं बलिक प्रदेश में निवेश के लिए गंभीर प्रयास है। हमारा लक्ष्य है कि वास्तविक निवेश हो और रोजगार के अवसर मिले ताकि प्रदेश में नई आर्थिक गतिविधियां शुरू हों जिससे हर वर्ग के जीवन में खुशहाली आए। मुख्यमंत्री ने अपने 15 मिनट के संबोधन में कहा कि हम असंभव को संभव करने के प्रयास में लगे हैं। उद्योगों की आवश्यकता के हिसाब से और बेहतर इंफ्रास्ट्रक्चर कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री के संबोधन के ये हैं कुछ अंश
- रियल सेक्टर को बढ़ावा देने के लिए प्रॉपर्टी गाइडलाइन में सुधार किए हैं।
- इंदौर-भोपाल में मेट्रो का काम शुरू किया है।
- कॉलोनाइजर्स के लाइसेंस शुल्क को घटाकर 27 से 5 प्रतिशत कर दिया गया है। यह भी प्रावधान किया है कि पूरे राज्य को एक कोलोनाइजर्स का लाइसेंस दिया जाएगा।
- भोपाल इंदौर इंडस्ट्रियल कॉरिडोर का विकास हो रहा है।
- भोपाल इंदौर जबलपुर ग्वालियर को सेटेलाइट सिटी बनाई जाएंगी।
- भोपाल और इंदौर को मैत्री से कनेक्ट करने के लिए आरआरटीएस की व्यवस्था की जाएगी।
- ब्रांडेड होटल को सुविधाएं देने के लिए पर्यटन के क्षेत्र में अतिरिक्त सुविधाएं उपलब्ध कराई हैं।
- सिंगापुर के सहयोग से ग्लोबल स्किल पार्क बनाया जा रहा है।
- प्रदेश ऐसा पहला राज्य होगा जहां ऊर्जा स्टोरेज की क्षमता विकसित की जाएगी।
- कृषि के क्षेत्र में 2 लाख सोलर पम्प उपलब्ध कराए गए हैं।
- उद्योगों को कम दाम पर सोलर एनर्जी उपलब्ध कराई जाएगी।
- भूमि स्थानांतरणों में अनुमति लेने के बजाय स्वानकलन को प्रोत्साहित किया जा रहा है।
- डायवर्शन शुल्क को भी युक्तियुक्त किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश प्लेनेट का टाइगर कैपिटल है।
- हमने दस महीने से कम समय में प्रदेश में विश्वास का माहौल बनाया है। इन्वेस्टमेंट पॉलिसी में सुधार किए हैं।